श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन


अमेठी। ग्राम पंचायत पन्हौना के गांव भिखारीपुर में आयोजित श्रीमद भागवत कथा में गंगा प्रसाद शास्त्री ने कहा कि भक्ति के लिये बहुत ज्यादा ज्ञान की आवश्यकता नही होती केवल भगवान का नाम जप लेने भर से मनुष्य को भवसागर से मुक्ति मिल जाती है।
      श्री शास्त्री ने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज ने लिखा कि कलयुग केवल नाम अधारा सुमिरि सुमिरि नर उतरहि पारा, कलयुग में यदि आप मे केवल भगवान के नाम को आधार मै लिया तो ईश्वर आपके सभी पापों को क्षमा कर देते है। कथा वक्ता ने कहा कि हमें जो मानव तन मिला है उसकी सार्थकता तभी है जब हम इस शरीर को बनाने वाले के प्रति अपनी श्रद्धा रखते है और सभी के सुख के लिये काम करते है उन्होंने हाथ दिये तो सांसारिक कामों के साथ ही ईश्वर के पूजन में भी इनका इस्तेमाल करें बोलने के लिये जुबान दी तो ईश्वर का भी नाम जपें संसार को देखने के लिये नेत्र दिये तो ईश्वर की पूजा और सद्कर्म की ओर भी देखें।उन्होंने कहा कि मानव हर काम के लिये वक्त निकाल लेता है लेकिन ईश्वर की भक्ति के लिये समय नही निकाल पाता जबकि समय का निर्धारण ईश्वर के ही हाथों में होता है वह यह बात भूल जाता है। कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में शामिल भक्तगणों ने कथा श्रवण किया। कथा वक्ता को यजमान सत्य प्रकाश अवस्थी आशा अवस्थी ने प्रतीक चिन्ह व पुष्पगुच्छ भेंट किया।


इस मौके पर मुन्ना अवस्थी, राजकुमारी अवस्थी, निधि पाण्डेय, राहुल बाजपेयी, सच्चिदानंद, चित्रा अवस्थी सहित तमाम लोग मौजूद रहे।